चिरजा माँ चम्पा आई री – रणजीत सिंह चांचडा “रणदेव”
दोहा पूजू पहला गणपती, दूज शारदा माय। किरथ चम्पा मात कथूं,, किरपा करों कृपाल।। चम्पा लायी चाँदणों, मया धनु रै माय। संवत उनीसौ पिचतर,,पारकर धरैं पाय।। चिरजा आई चम्पा आपरी…
दोहा पूजू पहला गणपती, दूज शारदा माय। किरथ चम्पा मात कथूं,, किरपा करों कृपाल।। चम्पा लायी चाँदणों, मया धनु रै माय। संवत उनीसौ पिचतर,,पारकर धरैं पाय।। चिरजा आई चम्पा आपरी…
।।चम्पा माँ आरती ।। ऊ जय चम्पा जरणी आई जय चम्पा जरणी। वर्ण तणी कर वाहर, हर दम दुख हरणी।ऊ जय ……टेर । नव सगतां घण नांमी, इल पर अवतरणी…
महमाया चम्पाबाई माँ सुजस। ।।दोहा।। शुध बुध दे चम्पा सगत, कुमत टाल करनल्ल। भगत सुजस भणै भमरो, उकत समपो अवल्ल। पारकर धन्य वा प्रथमी, तहां चम्पाआई अवतार। मोद करै वर्ण…
श्री चंपाबाई चारणी रो छंद बाग सुता बागेशरी मेहड़ू कुळ महान। पावन धरा पारकरी जनमी डिणसी जान। पति राणो परमारथी मऊ नगरी मांय। वंश सिंढायच वारसी ऊजळ कीनो आय। प्रातः…
आई चंपाबाई के जीवन पर आशूदानजी मेहड़ू द्वारा दोहे श्रद्धा सुमन ।। दोहा ।। पारकर मैया प्रगटी, देवी चारण दीप। “धनु” कोख धन्य अहो, पिता “वाघ” विदित।।1 मेहड़ू कुल मातेश्वरी,…
“सगत चम्पा मात रो सुजस” दोहा उकत समापण ईसरी, सगत रहावो साथ ।। चम्पादे धिन चारणी, मात नमावूं माथ ।।1।। धरा डीणसी धिन्न हो, मुल्क पारकर मांय ।। जनम लियो…
गरमी भीसण गजबरी,सिरपर रखिये साल। छक कर पीवो छाछने,रखिये साथ रुमाल।।१ गरमी भीसण गजबरी, खाणी अलप खूराक। पाणी ज्यादा पीवणो, छोड दिराणी छाक।।२ गरमी भीसण गजबरी,खाणा नित खरबूज। खस खस…
श्रद्धा सुमन दोहा 1. पारकर मैया प्रगटी, देवी चारण दीप। “धनु” कोख धन्य अहो, पिता “वाघ” विदित।। 2. मेहड़ू कुल मातेश्वरी, माँ चालक धीव “चम्पा”। सगत रूप सिरोमणि, अवतरी अम्बा।।…
शहर बडो जयपुर सुखद, भली सुचंगी भोम। जंतर मंतर जोयबा, ऊरे पधारो ओम।। १ नींव धरी जय नृपने, कुल कुरम बड कोम। जस छायो सह जगत मे, आयर देखो ओम।।…
• यहा Management को कोई पता नही होता है कि कौन employee क्या कार्य कर रहा है।😀 खूब खूब आभार आवड़दानजी मीशण साब व दिनेशजी आशिया साब आपका, जो आपका…