Thu. Nov 21st, 2024

Month: September 2018

आई सोनल माँ पर अटूट विश्वास का अद्धभुत प्रसंग

आई श्री सोनल माँ पर अटूट विश्वास के इस प्रसंग की ऐतिहासिक सम्पूर्ण माहिती कवि श्री जयेशदान झीबा (कवि जय) द्वारा प्राप्त हुई स्व. रघदान लागीदानजी झीबा आई सोनल माँ…

महाकवि सूर्यमल्ल मिश्रण

राजस्थान के महान कवि सूर्यमल्ल मिश्रण (मीसण) का जन्म बूंदी जिले के हरणा गाँव में 19 अक्टोबर 1815 तदनुसार कार्तिक कृष्ण प्रथम वि. स. १८७२ को हुआ था। उनके पिता…

वदुमाँ (पबु माँ) – आशूदानजी मेहडू

प्रिय भँवर…. वदुमाँ (पबु माँ) का पीहर पाबुसर गाँव मे, जन्म नेतोजी देथा देवीदास के घर हुआ था। जन्म कब हुआ यह जानकारी इस लिए नहीं कि उस वक्त गाँवों…

बालक हूं बुद्धू मत मानो ~डॉ. गजादान चारण “शक्तिसुत”

इक दिन उपवन में आयुष जब घूम रहा था मस्ती करता कलियों-पुष्पों से कर बातें कांटों पर गुस्सा सा करता तभी अचानक उसके कानों इक आवाज पड़ी अनजानी बचा-बचाओ मुझे…

आज शिक्षक दिवस है-आशूदान मेहडू

आज शिक्षक दिवस है, शिक्षक को गुरू कहैं, मार्गदर्शक कहै, सरस्वति के भंडार का, द्वारपाल कहैं या बिलकुल कोरे मानव मस्तिष्क पर सुंदर चहुंमुखी विकासरूपी चित्र कोरने वाला अदभूत चित्रकार…

आई श्री बहुचरा  (बहुचर बिरदाळी)

आई श्री बहुचरा  (बहुचर बिरदाळी) हाल ना पाकिस्तान सिंध ना उमरकोट पासे नुं खारोडा गाम एटले बापल देथा नुं गाम..के ज्यां बापल देथा ना माताश्रीये गळे कटार नाखी त्रागुं कर्युं..ई…

कागबापु रचीत दोहो

कागबापु रचीत दोहो शांतिकरण जगभरण तुं, घडण घणा भवघाट। नमो आध नारायणी, विश्र्वरूप वैराट।। (छंद-भुजंगी) नमो ब्रह्मशक्ति  महाविश्र्वमाया, नमो धारनी कोटि ब्रह्मांड काया; नमो वेद वेदांत मे शेष बरनी, नमो…

करुण बहतरी (द्रोपदी विनय) – श्री रामनाथजी कविया

करुण – बहतरी (द्रोपदी – विनय) श्री रामनाथजी कविया ने द्रोपदी के चीरहरण को विषय बनाकर ७२ दोहे व् सोरठे लिखे है। जो करुण बहतरी या द्रोपदी विनय के नाम…

महाराणा प्रताप और चारण

महाराणा प्रताप के सााथ उनके सहयोगी वीर बलिदानी जेसा सौदा, केशव सौदा, रामा सांदू, गोरधन बोग्सा, सुरायची टापरिया का पूण्य स्मरण प्रातः स्मरणीय हिंदुआं सुरज महाराणा प्रताप की जयंती पर…