डिगऴ में मर्यादा रौ मांडण – राजेंद्रसिंह कविया (संतोषपुरा)
राजस्थानी रा साहित में मर्यादा रो आछो मंडण, विशेषकर चारण साहित में घणों सखरो अर सोहणो हुयो है। जीवण री गहराई ने समझ परख अर ऊंचाई पर थापित करणे री…
राजस्थानी रा साहित में मर्यादा रो आछो मंडण, विशेषकर चारण साहित में घणों सखरो अर सोहणो हुयो है। जीवण री गहराई ने समझ परख अर ऊंचाई पर थापित करणे री…
।। श्रीकरणी कृपा पूगलम् ।। जगत जननी जगदम्बा श्रीकरणीजी महाराज अपने अवतरण समय काल में बहुत ही कम स्थानों पर साक्षात पधारे थे। हिंगलाज अवतार श्रीकरणीजी महाराज द्वारा साक्षात प्रवासित…