सोढाण री देवियां अर सतियां
आवड़ एथ ज अवतरी,दुख काटण दुनियाण।
समद हाकड़ो सोखणी,सो धरती सोढाण।।1।।
हिंगळा प्रगटी एथ ही,मात वडी पिछमाण।
मेहर मकवाणां तणी,सो धरती सोढाण।।2।।
देवल खारोड़ै दिपै,परचा जगत प्रमाण।
थिर वीसै नै थापियौ,सो धरती सोढाण।।3।।
‘सतियां रा डेरा’ अठै,सत हंदा सैनाण।
जलमी जोगणियां जठै,सो धरती सोढाण।।4।।
दीपै मालण देवरौ,वैरू सुता वखाण।
नामी थानक जानरौ,सो धरती सोढाण।।5।।
सिद्ध मन्न मालण सगत,कीनो जग कल्याण।
लाज रखी लाडेसरां सो धरती सोढाण।।6।।
समय विकट वेरु सुता,अबळां राखी आण।
भव सूं तारै भगत नै,सो धरती सोढाण।।7।।
ऊंचौ देवळ आपरौ,उडै धजा असमाण।
गावै दुनिया गीतड़ा,सो धरती सोढाण।।8।।
आई आभल रै उदर,सचियाई सोढाण।
थानक सिववाड़ी थप्यो,सो धरती सोढाण ।।9।।
सिध मन सचिया समपियौ,बांधव नै वरदान।
जबरी लीधी जोर सूं,सो धरती सोढाण।।10।।
सायक सोढां वंस री,मा सचियाई मान।
वाहर कीनी वाघ री,सो धरती सोढाण।।11।।
पाबू रामा परणिया,आण रखण अमराण।
फूलां नेतल सह फबी,सो धरती सोढाण।।12।।
धिन्न अखे घर दीकरी,जलमी ‘आभल’ जाण।
कळसो कोरो पूजियो,सो धरती सोढाण।।13।।
सतलै घर प्रगटी सगत,पत राखण आपाण।
सत करम कसूमा कियौ,सो धरती सोढाण।।14,
सती हुई सिरियां सही,पत पारख आपाण।
सौरम मण्डी खारसर,सो धरती सोढाण।।15।।
सिरियां नै जामू सती,सत पथ राखी सान।
भलो कियौ भीभा तणौ,सो धरती सोढाण।।16,
‘साहू जोमा’जमर सज,दुख मेट्यौ दुनियाण।
चौज वधायौ चारणां,सो धरती सोढाण।।17।।
हरियाँ खांहांणै हुई,चारण कुळ चमकाण।
मिरमां इण कुळ ऊपनी,सो धरती सोढाण।।18
जस नै राखण जामबा ,अठै अवतरी आण।
महासती मूळी तणी,सो धरती सोढाण।।19।।
सुत रै सारुं सत चढी ,सतियां राखण सान।
धर मूळी तीरथ धरा ,सो धरती सोढाण।।20।।
सूरजबा सोढां सती,जलमी धर’भलसाण’।
अजौ जाम उजाळियो,सो धरती सोढाण।।21।।
सोनग कुळ सतियां सिरै,मीरा ,फूलां ,मान,!
इण आका कसुमा हुई,सो धरती सोढाण।।22।।
राणु सतीपण राखियौ,पत सत रै परमाण।
लाडां राखी लाजड़ी,सो धरती सोढाण।।23।।
धर सत नै डोहट धिया,न्याल कियौ नाराण।
चिता’देपीयार’चढ़ी,सो धरती सोढाण।।24।।
जेतू गोहिल जलमिया,’मोती’राखण माण।
डोहट रै संग सत चढी,सो धरती सोढाण।।25।।
जसुदा ‘सुरो’ उजाळियो,धर कुळ राखण ध्यान।
नित पूजै नरसींग रा,सो धरती सोढाण।।26।।
सतियां ओख दोख समै,अखंड राखी आण।
बसी सजै बैकुंठ में,सो धरती सोढाण।।27।।
सती दाता बिन सूरमा ,अलनी लगै अजाण।
जीणो कां’रौ जगत में,सो धरती सोढाण।।28।।
-संग्रामसिंह सोढा कृत